विभाग प्रमुख अपने-अपने विभाग के लिए होंगे जवाबदार :- संभाग आयुक्त
ग्वालियर:- जयारोग्य चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही सभी वार्डों में पेयजल, साफ-सफाई, कूलर, पंखे चालू रहने के साथ ही साफ-सुथरे बिस्तर रहें, इसकी जवाबदारी विभाग प्रमुख चिकित्सक की रहेगी। विभाग प्रमुख द्वारा किसी भी प्रकार की समस्या होने पर अधीक्षक को अवगत कराया जायेगा। अधीक्षक 48 घंटे के अंदर संबंधित समस्या का निराकरण सुनिश्चित करेंगे। संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने यह निर्देश अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में डीन मेडीकल कॉलेज एवं अधीक्षक जयारोग्य चिकित्सालय को दिए हैं।
अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक मंगलवार को मोतीमहल के मानसभागार में आयोजित हुई। बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल के साथ ही अन्य विभागों की विभागीय योजनाओं की समीक्षा की गई। बैठक में संभागीय उपायुक्त श्री विनोद भार्गव, डीन मेडीकल कॉलेज डॉ. भरत जैन, अधीक्षक जयारोग्य चिकित्सालय डॉ. अशोक मिश्रा सहित अपर आयुक्त नगर निगम श्री शुक्ला और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध होना चाहिए। इसके लिए जयारोग्य चिकित्सालय के विभाग प्रमुख चिकित्सकों को जिम्मेदार बनाया गया है। विभाग प्रमुख को कोई समस्या हो तो अधीक्षक को सूचित करे। अधीक्षक 48 घंटे के अंदर वार्डों में आ रही समस्याओं का निराकरण करेंगे। अधीक्षक जिन समस्याओं के निराकरण में डीन मेडीकल कॉलेज का सहयोग चाहते हैं वह प्रस्ताव भेजेंगे और डीन मेडीकल कॉलेज 24 घंटे के अंदर उसका निराकरण सुनिश्चित करेंगे। चिकित्सालय में किसी भी मरीज एवं उनके परिजनों को सुविधाओं के अभाव में परेशानी नहीं होना चाहिए। जयारोग्य चिकित्सालय में स्थापित की गई लिफ्ट 16 जून तक प्रारंभ करने के निर्देश भी बैठक में दिए गए।
संभागीय आयुक्त ने यह भी निर्देशित किया है कि चिकित्सालय में दवाओं की कमी नहीं रहना चाहिए। कोई भी दवा खत्म होने से पहले मंगा ली जाए। किसी भी दवा की उपलब्धता नहीं है, ऐसी शिकायत नहीं मिलना चाहिए। भीषण गर्मी को देखते हुए अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रहें, यह सुनिश्चित करना जरूरी है। बैठक में सभी विभागीय अधिकारियों को यह निर्देशित किया है कि अपने-अपने विभाग में सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों की समीक्षा माह में एक बार अवश्य करें। सेवानिवृत्ति के पश्चात किसी भी कर्मचारी का कोई भी देयक या राशि विभागों में लंबित नहीं रहना चाहिए। संभागीय अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों के साथ अधीनस्थ कार्यालयों को भी इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें। सम्पूर्ण जीवन शासकीय सेवा में व्यतीत करने के पश्चात सेवानिवृत्त होने पर कर्मचारी को अपने ही कार्यालय से सहयोग न मिलने की शिकायत नहीं रहना चाहिए। सभी अधिकारी अपने-अपने विभागों में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के प्रकरणों में संवेदनशीलता के साथ निराकरण को प्राथमिकता दें।
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने बैठक में किसानों से समर्थन मूल्य पर उपार्जन किए गए खाद्यान्न के भण्डारण एवं भुगतान के संबंध में भी समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया है कि संभाग के सभी जिलों में शतप्रतिशत भण्डारण का कार्य शीघ्र अतिशीघ्र कर लिया जाए। इसके साथ ही जिन जिलों में किसानों के भुगतान की राशि शेष रह गई है, उनमें भुगतान की कार्रवाई भी शीघ्र की जाए।
बैठक में पशु चिकित्सा विभाग की सेवाओं की समीक्षा करते हुए संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने कहा कि पशुओं के उपचार के लिए विभाग द्वारा चलाई जा रही 1962 वाहन सेवा का बेहतर उपयोग सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही ग्वालियर संभाग के सभी गौ सेवकों के उन्मुखीकरण के लिए भी विभाग पहल करे। उन्होंने कहा कि आवश्यकता हो तो गौ सेवकों के उन्मुखीकरण के लिए कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जाए।