विद्युत कटौती का कार्यक्रम सार्वजनिक किया जाना चाहिए – श्री तोमर
ग्वालियर:- प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि शहर में कहीं पर भी अघोषित बिजली कटौती नहीं होना चाहिए। घोषित बिजली कटौती का कार्यक्रम भी आम जनों की जानकारी में लाया जाए। मंत्री श्री तोमर ने शनिवार को विद्युत मण्डल के रोशनीघर ऑफिस में विभागीय अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए हैं। बैठक में ग्वालियर दक्षिण के विधायक श्री प्रवीण पाठक, जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री देवेन्द्र शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक श्री राजीव गुप्ता, महाप्रबंधक शहर श्री अक्षय खरे, उप महाप्रबंधक उत्तर श्री पी के हजेला और उप महाप्रबंधक श्री अरूण शर्मा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि शहर में घोषित विद्युत कटौती के अतिरिक्त अघौषित कटौती नहीं होना चाहिए। किन्हीं कारणों से विद्युत आपूर्ति प्रभावित होती है तो उसे तत्परता से चालू करने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया है कि घोषित विद्युत कटौती का कार्यक्रम फेसबुक, वॉट्सएप, समाचार पत्रों में प्रकाशित करने के साथ-साथ नगर निगम द्वारा ग्वालियर में स्थापित किए गए इलेक्ट्रोनिक होर्डिंग पर भी प्रदर्शित किया जाए।
खाद्य मंत्री श्री तोमर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि विभाग द्वारा लाईनों के संधारण का जो कार्य किया जा रहा है वह 25 जून तक हर हाल में पूर्ण कर लिया जाए। बिना प्लान के विद्युत कटौती भी सहायक यंत्री की सहमति के बिना नहीं होना चाहिए। आम उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति के मामले में कम से कम परेशानी हो, इसका विभागीय अधिकारी ध्यान रखें। मंत्री श्री तोमर ने बैठक में निर्देशित किया है कि आम उपभोक्ता को विद्युत बिल जमा करते समय कम से कम परेशानी हो, इसका ध्यान रखा जाए। शहर में जिन स्थानों पर विद्युत बिल जमा किए जाते हैं उन स्थानों पर उपभोक्ता सेवा केन्द्र स्थापित किए जाएं। उपभोक्ता सेवा केन्द्र में बिल जमा करने वाले आम नागरिक के लिए बिजली, पानी और बैठने की व्यवस्था के साथ ही शौचालय का प्रबंध भी होना चाहिए।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री तोमर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सबसे पहला उपभोक्ता सेवा केन्द्र तानसेन नगर में मॉडल के रूप में विकसित किया जाए। इसके साथ ही घोषित विद्युत कटौती के लिए जो समय दिया जाए उतने समय में ही मेंटेनेन्स का कार्य पूर्ण किया जाए, इस बात का भी अधिकारी ध्यान रखें।