स्मार्ट सिटी ग्वालियर का सिटी हैल्थ प्लान पर कार्यशाला आयोजित
ग्वालियर:- शहर के नागरिकों को सभी विभागों के आपसी समन्वय से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सके, इसके लिए भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के तहत गैर सरकारी संगठन सोसायटी ऑफ कम्युनिटी हैल्थ ऑरिएन्टेड ऑपरेशनल लिंक्स (स्कूल) के साथ मिलकर ग्वालियर शहर के लिए सिटी हैल्थ प्लान पर कार्यशाला आयोजित की गई।
होटल रेडीशन में आयोजित कार्यशाला में सिटी हैल्थ प्लान को लेकर व्यापक चर्चा की गयी। कार्यशाला की अध्यक्षता कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने की। कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन, सीईओ स्मार्ट सिटी श्री महीप तेजस्वी, उपायुक्त नगर निगम श्री देवेन्द्र सुन्दरियाल सहित स्मार्ट सिटी ग्वालियर, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय आदि विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सिटी हेल्थ प्लान को लेकर यह प्रारम्भिक चर्चा थी। इस प्लान के तहत आवास एवं नगरीय विकास मंत्रालय द्वारा ग्वालियर स्मार्ट सिटी को पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है। कार्यशाला में इस प्रोजेक्ट से जुड़े प्रोजेक्ट लीडर डॉ बेनजीर पाटिल ने इस प्लान को लेकर कार्यशाला में उपस्थित लोगों को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह से सभी विभागों द्वारा आपसी ताल-मेल से शहर में लोगों का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सकेगा।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने सभी विभाग प्रतिनिधियों को रूपरेखा तैयार करने के लिए कहा तथा उनसे जुड़े विभाग के द्वारा बेहतर स्वास्थ्य हेतु सम्भव योगदान प्रेषित करने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने क्षेत्रों के प्रभावशाली बिन्दु जैसे जनसंख्या, पेयजल व सीवर आदि सुविधा आदि को भी प्लान के तहत शामिल करने का सुझाव रखा। उन्होंने शहर के कुछ इलाकों को चयनित कर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में एक मिशन की तरह कार्य करने की बात रखी। कलेक्टर श्री चौधरी ने ग्वालियर स्मार्ट सिटी सी०ई०ओ० श्री महीप तेजस्वी को इस कार्यक्रम को निर्धारित समय सीमा में आगे बढ़ाने के लिए निर्देशित किया। जल्द ही सभी विभागों से कार्ययोजना प्रस्तुत करने के लिए कहा।
कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन ने बताया की शहर के अंदर पुलिस फोर्स, सैनिक व अर्धसैनिक बल और उनके परिजन बड़ी संख्या में निवास करते हैं जिनसे इस प्लान के तहत स्वास्थ्य सम्बन्धी विमर्श करने का सुझाव दिया।
स्मार्ट सिटी सी०ई०ओ० ने विभिन्न विभागों के द्वारा सम्भावित योगदान की विस्तृत जानकारी दी। उदाहरण के तौर पर कृषि विभाग द्वारा कृषि उत्पाद की उत्कृष्टता को सुनिश्चित कर शहरवासियों को स्वास्थ्य लाभ दिया जा सकता है। स्मार्ट सिटी की प्रमुख परियोजनाओं को स्वास्थ्य सम्बन्धित बिन्दुओं से कैसे जोड़ा जा सकेगा इस पर भी श्री तेजस्वी ने विस्तृत जानकारी प्रदान की। श्री तेजस्वी ने यातायात सहित अन्य विभागों के अंतर्गत आने वाले स्वास्थ्य संबंधी जरुरी प्रावधानों जैसी बातों को भी इस प्लान के तहत समाहित करने का सुझाव दिया।
कार्यशाला के अंत में विभिन्न विभागों से आए प्रतिनिधियों ने अपने विभागों से सम्बंधित कार्ययोजनाओं को कार्यशाला में साझा किया तथा इन कार्ययोजनाओं में स्वास्थ्य सम्बंधित पहलुओं को एकीकृत करने का मानचित्र तैयार किया। इस क्रम में अगली बैठक आगामी सप्ताह में आयोजित की जायेगी।