“मेरा गांव मेरा गौरव एवं स्वच्छता अभियान” कार्यक्रम आयोजित
ग्वालियर:- सहजना का पेड़ आरोग्य का खजाना है। सहजना की फलियां हमारे शरीर की पोषण आवश्यकताओं की पूर्ति करके हमें ताकतवर बनाती हैं। 100 ग्राम सहजना फलियों का गूदा एक गिलास दूध के बराबर पोषण देता है। इसकी फलियां, पत्तियां विभिन्न रुपों में भोजन एवं औषधि का काम करती हैं।
मुरार के ग्राम भगनापुरा एवं भगवानपुरा में ग्रामीणों को सहजना के महत्व पर ज्ञानवर्धक जानकारी देते हुए यह बात कृषि महाविद्यालय के उद्यानिकी विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश लेखी ने कही। वे यहां राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय अंतर्गत कृषि महाविद्यालय ग्वालियर के पीएचडी एवं एमएससी के छात्र छात्राओं को स्वच्छता अभियान व मेरा गांव मेरा गौरव कार्यक्रम के अंतर्गत शैक्षणिक भ्रमण पर लेकर पहुंचे थे। कार्यक्रम में डॉ. लेखी ने कहा कि भगनापुरा एवं भगवानपुरा को आगामी दो वर्ष में सहजना गांव बनाना है इसके लिए इन गांवों में अधिक से अधिक सहजना के पौधे अभी से लगाए जाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर डॉ. एम. के. कुरील ने सहजना की उपज के व्यावसायिक महत्व के बारे में बताकर उससे किसानों को होने वाली व्यापक आय के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. डी. एम. मंडलोई ने स्वच्छता संबंधी विभिन्न जानकारी दी। डॉ. शशि यादव ने सॉइल हेल्थ कार्ड की उपयोगिता एवं उसके लाभों के विषयों में बताया। डॉ. वर्षा गुप्ता ने स्वीटकार्न एवं उससे आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को प्रेरित किया। इस अवसर पर ग्रामीणों से साफ सफाई को दिनचर्या का आनिवार्य हिस्सा बनाने के लिए आहवान किया गया। कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय के साथ दोनों ग्रामों के किसानों की सहभागिता रही।