बोर्ड परीक्षाओं में नकल के प्रति रखें सख्त रवैया
ग्वालियर:- आगामी मार्च महीने में बोर्ड परीक्षाएं हैं। बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा केन्द्रों पर सभी व्यवस्थाएं रहें। यह भी महत्वपूर्ण है कि परीक्षाओं में किसी प्रकार की नकल नहीं होना चाहिए। सभी संकुल प्राचार्य एवं केन्द्राध्यक्ष नकल के प्रति सख्त रवैया रखें। बोर्ड परीक्षाओं में केन्द्राध्यक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका है। वह अपने दायित्वों का निर्वहन करें। लापरवाही करने वाले के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। यह निर्देश कलेक्टर श्री भरत यादव ने सभी संकुल प्राचार्यों को दिए हैं।
बोर्ड परीक्षाओं को लेकर संकुल प्राचार्यों के साथ सोमवार को बैठक हुई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री शिवम वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती ममता चतुर्वेदी एवं डीपीसी श्री दीक्षित मौजूद थे। कलेक्टर श्री भरत यादव ने बैठक में उपस्थित संकुल प्राचार्यों को निर्देश दिए हैं कि परीक्षा केन्द्रों में फर्नीचर, पेयजल, शौचालय, विद्युत आदि की व्यवस्था कर ली जाए। जिन परीक्षा केन्द्रों में फर्नीचर पर्याप्त रूप से उपलब्ध नहीं है, वह आस-पास के स्कूलों से इसकी पूर्ति कर सकते हैं। यदि किसी एक संकुल से पूर्ति नहीं की जा सकती तो इसकी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को दें। ताकि समय पर मूलभूत सुविधाएं केन्द्रों पर उपलब्ध कराई जा सकें।
कलेक्टर श्री यादव ने कहा है कि यह चुनावी वर्ष है। बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ लोकसभा निर्वाचन के कार्यों को भी करना है। निर्वाचन में शिक्षा विभाग का एक बड़ा अमला काम करता है। इसलिए अपनी अहम जिम्मेदारी समझते हुए काम करना है। उन्होंने यह भी कहा है कि परीक्षा के समय बच्चे दबाव में रहते हैं। इसलिए अध्यापक बच्चों को प्रोत्साहित करें और उन्हें समय-समय पर गाईड करें, ताकि बच्चे किसी प्रकार का गलत निर्णय न लें। यह अभिभावकों के साथ अध्यापकों की भी जिम्मेदारी है कि वे बच्चों का मनोबल बढ़ाएं। उन्होंने मीजल्स-रूबेला अभियान में भी स्कूलों की भूमिका से सभी को अवगत कराया।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा ने सभी को बताया कि 61 परीक्षा केन्द्र संवेदनशील हैं। इसलिए केन्द्राध्यक्ष की भी जिम्मेदारी है कि परीक्षा केन्द्र पर शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा सम्पन्न कराना है। परीक्षा केन्द्र के 100 मीटर के दायरे में लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा जिन संकुल प्राचार्यों ने कर्मचारियों की जानकारी सॉफ्टवेयर में दर्ज कर नहीं भेजी है वह तत्काल भेजें। अन्यथा डीडीओ के वेतन रोकने की कार्रवाई की जायेगी।