जब बेटी उठ खड़ी होती है तभी विजय बड़ी होती है
ग्वालियर। “ जब बेटी उठ खड़ी होती है, तभी विजय बड़ी होती है “ । निशा शर्मा ने जब मंच से यह संवाद बोला, तो उन्होंने नारी शक्ति की शौर्यगाथा को महिमा मंडित कर पूरे सभागार में जोश का महौल पैदा कर दिया। नारी शक्ति की महिमा संग नृत्य की सरतंगी छटा बिखरी, जिसके जरिए विविध संस्कृतियों का संगम हुआ।
मौका था ग्वालियर व्यापार मेले के फेसिलिटेशन सेंटर में शुक्रवार की शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में आयोजित की गई “ सतंरगी नृत्य संध्या “ का। जहां निशा डांस एकेडमी की संचालिका एवं बॉलीवुड अदाकारा निशा शर्मा एवं साथी कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से नृत्य की सतरंगी बहार ला दी।
निशा शर्मा ने साथी कलाकारों के साथ फिल्म बाजीराव मस्तानी के सुपरहिट गीत “ नजर जो तेरी लागी दीवानी हो गई “ पर सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का शानदार आगाज किया। इसके बाद उन्होंने एकल नृत्य की प्रस्तुति में “ आज जाने की जिद न करो “ और “ तुझे याद कर लिया है “ जैसे गानों के फ्यूजन पर बेहतरीन प्रस्तुति देकर अपनी पारंगत नृत्य कला का प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी दिल को छू लेने वाली प्रस्तुति को देख सभागार में उपस्थित दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया। उन्होंने पद्मावती फिल्म के “घूमर..घूमर “ गाने पर नृत्य से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। फोक के बाद “ ताल से ताल मिला “ पर कत्थक की प्रस्तुति से कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की।