दुग्ध संघ की कार्य-प्रणाली में प्रोफेशनलिज्म की झलक दिखनी चाहिये:- लाखन सिंह।
ग्वालियर:- पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य-विकास मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने कहा है कि दुग्ध संघ की कार्य-प्रणाली में प्रोफेशनलिज्म की झलक दिखनी चाहिये। उन्होंने कहा कि ग्वालियर संभाग में दुग्ध संकलन अपेक्षा से कम है। दुग्ध संकलन बढ़ाने के लिए नए मिल्क रूट बनाए जाएं। मंत्री श्री यादव बुधवार को भोपाल में मंत्रालय स्थित एम.पी. स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे।
नए मिल्क रूट बनाने पर जोर देते हुए पशुपालन मंत्री श्री यादव ने कहा कि दुग्ध संकलन की बढ़ोत्तरी के लिए ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करें, जहाँ से दुग्ध संकलन कम हो रहा है। चिन्हित क्षेत्रों में दुग्ध संघ नये रूट बनाएं और नयी दुग्ध उत्पादक समितियाँ भी गठित करें, जिससे बेहतर ढंग से दुग्ध संकलन का काम हो सके।
मंत्री श्री यादव ने कहा कि ग्वालियर और जबलपुर संभाग में तुलनात्मक रूप से दुग्ध संकलन कम है, इसे बढ़ाया जाये। बैठक में बताया गया कि रोजाना दुग्ध संघ द्वारा पशुपालकों से औसतन 10 लाख किलोग्राम से अधिक दुग्ध का संकलन किया जा रहा है। दुग्ध संघ द्वारा विटामिन-ए एवं डी फोर्टीफाइड दूध का निर्माण भी प्रारंभ किया गया है।
दुग्ध संघ के प्लांट में उच्च गुणवत्ता के उत्पाद निर्माण की सुविधाएँ उपलब्ध करवाने, अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं को स्थापित करने, संयंत्रों को ऑटोमेशन बनाने, कोल्ड चेन के विस्तार सहित अन्य बिन्दुओं पर भी बैठक में चर्चा की गयी। नेशनल प्रोग्राम फॉर डेयरी डेव्हलपमेंट योजना में चयनित 22 जिलों में योजना के क्रियान्वयन की भी समीक्षा की गयी।
मंत्री श्री यादव ने राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम के कार्यक्रमों और योजनाओं की भी समीक्षा की। बैठक में अपर मुख्य सचिव पशुपालन श्री मनोज श्रीवास्तव, एम.डी. दुग्ध महासंघ श्रीमती अरुणा गुप्ता और संचालक पशुपालन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।