9 माह से 15 वर्ष तक के 6,21,532 बच्चों को लगेंगे टीके
ग्वालियर:- सम्पूर्ण प्रदेश के साथ ग्वालियर जिले में भी 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को मीजल्स और घातक बीमारियों से बचाने के लिये 15 जनवरी से मीजल्स-रुबेला टीकाकरण (एमआर वैक्सीन) अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत बालक-बालिकाओं को दाएँ बाजू में पीड़ारहित टीका लगाकर जानलेवा बीमारियों से बचाया जायेगा। जिले में 6 लाख 21 हजार 532 बच्चों को टीका लगाया जायेगा। इसका शुभारंभ 15 जनवरी को कम्पू स्थित शासकीय पद्मा कन्या विद्यालय में किया जायेगा।
अभियान के तहत जिले में संचालित कुल 3 हजार 268 शासकीय, अशासकीय विद्यालयों में यह टीका लगेगा। इसके अतिरिक्त प्रत्येक विकासखण्ड मुख्यालय के शासकीय स्वास्थ्य संस्था, जिला चिकित्सालय, प्रसूतिगृह, सिविल अस्पताल हजीरा तथा माधव डिस्पेंसरी में भी टीका लगाया जायेगा। स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों इत्यादि पर टीकाकरण के साथ-साथ जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी रूबेला-मीजल्स टीकाकरण अभियान के तहत टीके लगाए जायेंगे।
रुबेला वायरस के संक्रमण से महिलाएँ बार-बार गर्भपात का शिकार होती हैं। यदि ये महिलाएँ गर्भवती हो भी जाती हैं, तो वे या तो मृत शिशु को जन्म देती हैं या गर्भस्थ शिशु अविकसित, कुछ न कुछ शारीरिक दोष जैसे दिल में छेद, शरीर का कोई भाग न होना या मानसिक अथवा शारीरिक रूप से बाधक होना होता है। शिशु के साथ माता-पिता का भी जीवन कष्टदायक हो जाता है। इसी तरह मीजल्स या खसरा भी घातक बीमारी है। मीजल्स स्वयं इतना खतरनाक नहीं है, जितने इसके दुष्परिणाम जैसे अंधापन, मस्तिष्क में सूजन, निमोनिया और डायरिया। पीड़ित बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है। कई बार बच्चे की मृत्यु तक हो जाती है। पूरे विश्व में मीजल्स से होने वाली 30 प्रतिशत बाल मृत्यु भारत में होती है। इसलिए 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को टीका अवश्य लगवाएं। जिन बच्चों को टीका लग चुका है, उनको भी एमआर टीके की अतिरिक्त खुराक दी जायेगी।