लोकतंत्र में निर्वाचन बहुत बड़ा पर्व।
ग्वालियर:- आयुक्त श्री बी.एम. शर्मा ने कहा है कि लोकतंत्र में निर्वाचन बडा पर्व है। यही होली ओर यही दीवाली सहित अन्य पर्व है। इसमें सभी मतदाता की सहभागिता हो। जिले में मतदान का प्रतिशत अधिक से अधिक हो, के उद्देश्य से युवा मतदात, दिव्यांग मतदाता, महिला एवं पुरूष मतदाताओं को मतदान हेतु प्रेरित करें। स्वीप की गतिविधियां सतत एवं तीव्र गति से चलें। यह बात उन्होंने गत दिवस देर रात जिले की चारों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग आफीसर, सहायक रिटर्निंग आफीसर, एफ.एस.टी. , एस.एस.टी. , व्ही.एस.टी. , एवं व्ही.व्ही.टी. के सदस्य की आयोजित संयुक्त बैठक में कही। बैठक में आई.जी. श्री अंशुमन यादव, डी.आई.जी. श्री मनोहर वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री निमिष अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री ए.के. चांदिल, सहायक कलेक्टर श्री दिव्यांक सिंह सहित समस्त प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर उन्होंने आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शने तथा इसी प्रकार सम्पत्ति विरूपण की रोकथाम में लगे शासकीय सेवक कि ढिलाई और लापरवाही को गंभीरता से लेकर उनके विरूद्ध कडी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सम्पत्ति विरूपण के लिए शहरी क्षेत्र में मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत सचिवों की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए लापरवाही और ढिलाई करने वाले शासकीय सेवकों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए निलंबित किए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने फ्लांइग स्कवाड, स्थैतिक निगरानी दल, वीडियो निगरानी दल एवं वीडियो अवलोकन दलों द्वारा अब तक की गई कार्यवाहियां एवं उपलब्धियों की विधानसभावार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने आबकारी विभाग को शराब के अवैध कारोबार में लगे व्यक्तियों एवं कारोबारियों के विरूद्ध छापामार कार्यवाही करने और प्रकरण बनाने के कडे निर्देश दिए।
इसी प्रकार स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन संपन्न कराने के उद्देश्य वाहनों की सघन चेकिंग करने, निर्धारित सीमा से अधिक राशि, प्रचार सामग्री का परिवहन, बिना अनुमति के प्रचार वाहनों की जब्ति करने भी निर्देश दिए। उन्होंने निर्वाचन कार्य में संलग्न अमले को दायित्वों के निर्वहन में गंभीर रहने, ईमानदारी एवं निष्पक्षता से कार्य करने तथा निर्वाचन कार्य को बोझ नहीं समझने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशत किया कि निर्वाचन कार्य से मुक्ति मांगने वाले शासकीय सेवकों के अनिवार्य सेवानिवृत्ति के प्रकरण बनाए जाकर कार्यवाही की जाना सुनिश्चित रहे। इस अवसर पर आई.जी. श्री अंशुमन यादव ने भी संबोधित किया एवं दायित्वों का निर्वहन पारदर्शिता एवं जिम्मेदारी से करने तथा निष्पक्ष निर्वाचन के लिए हर संभव उपाए करने की समझाईश एवं निर्देश सर्व-संबंधितों को दिए।