भूमि अधिकार के लिये दिल्ली को घेरने चल पड़ी पदयात्रा
। ग्वालियर अमीरों की हितैषी सरकार कभी भी गरीबों के हित में कानून नहीं बनाती है। उक्त बात पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री यषवन्त सिन्हा ने जनान्दोलन की सभा को संबोधित करते हुये मेला मैदान, ग्वालियर में कही।उन्होने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार अमीरों की हितैषी है। सरकार ने
उद्योगपतियों के 360 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया और मात्र 230 करोड़ रुपये किसानों का कर्ज माफ करने के संघर्ष के लिये पूरे देष में किसान आन्दोलन कर रहा है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री यषवन्त सिन्हा ने जनान्दोलन पद यात्रा(ग्वालियर से दिल्ली कूच) को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।
जनान्दोलन पदयात्रा को समर्थन देने के लिये पदयात्रा के दौरान जलालपुरा गांव में राष्ट्रीय स्वाभिमान आन्दोलन के श्री के.एन.गोविन्दाचार्य जुड़े और अपना समर्थन जाहिर करते हुये कहा कि जनान्दोलन की मांग आम जनता की मांग है। और अपना समर्थन जाहिर करते हुये कहा कि जनान्दोलन की मांग आम जनता की मांग है।और अपना समर्थन जाहिर करते हुये कहा कि जनान्दोलन की मांग आम जनता की मांग है। एकता परिषद के संस्थपक और जनान्दोलन के नेता राजगोपाल जी ने कहा कि सत्याग्रह पदयात्रा आन्दोलनकारियों के आत्मविष्वास को मजबूत करता है और संगठन को मजबूती तथा व्यापकता भी प्रदान करता है। उन्होने उम्मीद जाहिर किया कि सरकार जनान्दोलन की मांगांे पर कार्यवाही करेगी। इसके लिये नैतिक षक्ति और जनषक्ति को एकजूट करना होगा। एकता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री प्रदीप प्रियदर्षी ने कहा कि सरकार अपना रुख स्पष्ट करे। मात्र पत्र देने से कोई विष्वास नहीं होता जबतक कि एक समय अवधी के साथ समझौता नहीं हो जाता। पदयात्रा आज सुबह मेला मैदान, ग्वालियर से गोले के मंदिर, जलालपुर,
रुद्रपुर और सुसेराकोठी होते हुये फोरलेन बाईपास पर पड़ाव डाल लिया है। 26 समुहों के टैंकर और ट्रक फोरलेन के बाईं ओर खड़े कर लिये गये हैं। सभी सत्याग्रही भोजन कर चुके हैं।