भागवताचार्य देवकीनंदन बोले- नेताओं ने संसद में बैठकर समाज बांट दिए उन्हें क्या सिर्फ एससी-एसटी का वोट चाहिए
ग्वालियर। एससी-एसटी एक्ट संशोधन विधेयक के खिलाफ मुहिम शुरू करने वाले भागवताचार्य देवकीनंदन ठाकुर देश के सभी राजनीतिक दलों के रवैए से नाराज हैंदेश के जो नेता हैं, वो समाजों को आपस में बांटने की राजनीति कर रहे हैं। संसद में इस कानून का विधेयक मंजूर हो गया और कोई भी एक नेता इसका विरोध करते हुए सामने नहीं आया। सभी ने मौन धारण कर सामाजिक ढांचे के विपरीत इस कानून काे स्वीकार क्यों कर लिया? नेताओं को इसका जवाब जरूर देना चाहिए।देश के राजनीतिज्ञ सिर्फ वोटों को ध्यान में रखकर सामाजिक न्याय की व्यवस्था के विपरीत जाकर निर्णय लें और लोगों के मानव अधिकारों का हनन करें, तो हम सभी का दायित्व है, उस अन्याय का विरोध करना।संसद में मौन रहकर सभी ने इस एक्ट को पास होने दिया। क्या इन सभी नेताओं को सिर्फ एससी/एसटी वर्ग का ही वोट चाहिए? यदि ऐसा है तो राजनीतिक दल घोषणा कर दें, कि उन्हें सवर्ण व दूसरे वर्गों के वोट नहीं चाहिए।