बहुमत नहीं है तो अविश्वास प्रस्ताव लाए:- मुख्यमंत्री कमलनाथ
भोपाल:- मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि बेंगलुरू में मौजूद 16 विधायकों की रिहाई को लेकर कहा कि मैं सुबह से कर्नाटक के मुख्यमंत्री समेत देश के गृह मंत्री को फोन लगा रहा हूं लेकिन किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है। यहां तक कि मेरे फोन का पलट कर जवाब तक नहीं आया। आज पूरे देश की जनता देख रही है कि किस तरह प्रजातंत्र के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हम तो आज भी चाहते हैं कि फ्लोर टेस्ट हो,लेकिन नियम प्रक्रिया व संविधान के अनुसार हो।मीडिया से चर्चा में नाथ ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा है कि अगर उसे लगता है कि सरकार के पास बहुमत नहीं है तो वह विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाए। मगर वह राज्यपाल के पास जाकर फोटो दिखाती और चिट्ठियां देती है। इसके बजाय उसे विधानसभा में पहले ही दिन अविश्वास प्रस्ताव लाना था। अविश्वास प्रस्ताव लाकर उस पर बहस कराई जाती जिस पर बहुमत का फैसला होता। उन्होंने तंज कसा कि ऐसा नहीं होता कि कोई सड़क पर खड़े होकर कह दे कि सरकार के पास बहुमत नहीं है तो क्या यह सही है?मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि भाजपा कहती है कि फ्लोर टेस्ट करो, मगर फ्लोर टेस्ट का क्या मतलब है? यह दो प्रकार के होते हैं जिनमें एक विश्वास प्रस्ताव होता है तो दूसरा अविश्वास प्रस्ताव। वे कहते हैं कि हम अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएंगे, आप विश्वास प्रस्ताव लाओ। सीएम ने कहा कि 15 महीने से बहुमत बना हुआ हैं और जो कई बार सदन में साबित भी हो चुका है। भाजपा केवल भ्रम फैला रही है। इनके पास बहुमत नहीं है और दूसरे माध्यमों का सहारा लेकर सरकार को डिस्टर्ब करना चाहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अविश्वास प्रस्ताव दे चुकी है लेकिन वह मुकर गई है। मगर इसके कागज विधानसभा में उपलब्ध हैं।
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री के सपने आ रहे हैं। उनको नींद नहीं आ रही है। जबकि भाजपा में कई नेताओं की नींद उड़ी है जो खुद भी मुख्यमंत्री के सपने देख रहे हैं। तीन-चार लोग इस दौड़ में हैं, मगर उनका सपना साकार नहीं होगा। वे बड़ी भूल में है कि उनके पास बहुमत है। नाथ ने कहा कि भाजपा 16 विधायकों को वापस लाने में घबरा रही है, उन्हें पुलिस के पहरे में कैद कर रखा है।