महाकाल की नगरी उज्जैन का विकास पुरानी आकांक्षा – मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
ग्वालियर:- मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन का समग्र विकास करना उनकी बहुत पुरानी आकांक्षा थी। राज्य सरकार ने भगवान महाकाल के संपूर्ण परिसर के विकास और श्रद्धालुओं की सुविधा की दृष्टि से अन्य व्यवस्थाओं के लिए 300 करोड़ रुपए की योजना बनाई है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन के लिए समयबद्ध कार्यक्रम बनाया जाएगा और इसका क्रियान्वयन समय पर हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना में महाकाल के दर्शन केलिए आने वाले तीर्थयात्रियों की बढ़ती हुई संख्या का भी विशेष ध्यान रखा गया है। इसके आधार पर ही महाकाल मंदिर परिसर का विकास और विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के पूरे होने से उज्जैन के रहवासियों को भी लाभ होगा। यहाँ की आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी और लोगों को रोजगार मिलेगा।
मध्यप्रदेश की पहचान भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन से है। यह एक महान और दिव्य स्थान है। यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए उनके लिए आकर्षक सुविधाएँ जुटाई जाएँगी ताकि वे यहाँ रुकने के लिए प्रेरित हों।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज उज्जैन पहुँचकर भगवान श्री महाकालेश्वर की पाँचवीं सवारी की सभामंडप में पहुँचकर पूजा-अर्चना की और सवारी को कन्धा देकर आगे बढ़ाया। उन्होंने भगवान श्री महाकालेश्वर से प्रदेश के कल्याण की प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ आज दोपहर में उज्जैन पहुँचे और उन्होंने तय समय पर निकलने वाली भगवान महाकालेश्वर की पाँचवीं सवारी के दर्शन कर विधि-विधान से पूजा की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने भगवान महाकाल की सवारी को कन्धा देकर भ्रमण के लिए रवाना किया।
इस मौके पर उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा, जनसंपर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा, खेल युवा कल्याण एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी भी पूजन-अर्चन में शामिल हुए। पूजन-अर्चन पुजारी श्री घनश्याम शर्मा ने कराया।