गाँवों में 3 लाख से अधिक कीटनाशी मच्छरदानी का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा
ग्वालियर:- जिले के सभी विकासखण्डों में एक एपीआई से अधिकता वाले 47 उप स्वास्थ्य केन्द्रों के समस्त गाँवों में 3 लाख से अधिक कीटनाशी मच्छरदानी का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है। मेडीकेटेड कीटनाशी मच्छरदानी विशेष प्रकार की मच्छरदानी है जिसके धागों में उच्च गुणवत्ता वाला कीटनाशी डाला गया है, जिससे मच्छर लकवाग्रस्त होकर मर जाता है। मच्छरदानी का वितरण संबंधित उप स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम वितरण समिति के माध्यम से किया जा रहा है। जिसमें एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व पंचायत सचिव मच्छरदानी वितरित कर रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मृदुल सक्सेना ने बताया है कि गाँवों में मच्छरदानी वितरण से पहले हितग्राहियों को टोकन प्रदान किया जाता है। निर्धारित परिवार संख्या के आधार पर अलग-अलग आकार की मच्छरदानी प्रदान की जा रही हैं। इसके उपयोग से मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया जैसी घातक बीमारियों से बचा जा सकता है। लगातार उपयोग करने से यदि मच्छरदानी मैली हो जाती है तो तीन वर्ष में 4 से 5 बार बिना साबुन व डिटर्जेंट के साधारण पानी से धोकर छाँव में सुखाया जा सकता है। जिससे इसकी गुणवत्ता बनी रहती है।
जिले में अभी तक कुल 2 लाख 3 हजार 832 मच्छरदानी हितग्राहियों को वितरित की गई हैं और वितरण का काम लगातार हो रहा है। सीएमएचओ ने बताया है कि अगर आपका गाँव चिन्हित वितरण उप स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत आता है तो संबंधित गाँव अथवा उप स्वास्थ्य केन्द्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ता से तत्काल संपर्क कर मच्छरदानी प्राप्त कर सकते हैं।
यह मच्छर जनित बीमारियों से बचाती है। घर के साफ पानी में मलेरिया, डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा पनपते हैं। घर की टंकी, कूलर, कंटेनरों, सीमेंट की टंकी, पक्षियों के सकोरे इत्याद में लम्बे समय तक पानी न रहने दें। समय-समय पर इनकी सफाई करें। इन्हें पूरी तरह खाली करके सुखाकर पुन: भरें और पूरी तरह ढककर रखें।