हजार बिस्तर अस्प्ताल के निर्माण में तेजी लाएं – श्री बी एम शर्मा
ग्वालियर:- हजार बिस्तर के अस्पताल के निर्माण कार्य में तेजी लाएं। सभी कार्य गुणवत्ता के साथ और तय समय-सीमा के भीतर पूर्ण कराए जाएं। ग्वालियर-चंबलवासी बड़ी शिद्दत के साथ इस अस्पताल का इंतजार कर रहे हैं। इसलिये अस्पताल के सभी निर्माण कार्य ऐसे हों, जो आधुनिक अस्पतालों के लिये उदाहरण बनें। यह बात संभागीय कमिश्नर श्री बी एम शर्मा ने कही। उन्होंने गुरूवार को अस्पताल के निर्माण कार्य का जायजा लिया। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उनके साथ थे।
संभागीय कमिश्नर ने कहा कि ग्वालियर पॉटरीज की जमीन पर हजार बिस्तर के अस्पताल का निर्माण हो रहा है। इससे सटी आरटीओ के आधिपत्य वाली जमीन भी अस्प्ताल के लिये आरक्षित की गई है। उन्होंने कार्य एजेन्सी से कहा कि अस्पताल के निर्माण के दौरान यथा संभव ऐसे प्रयास करें, जिससे पॉटरीज की जमीन पर खड़े पेड़ बच जाएं।
इस अवसर पर मुख्य अभियंता लोक निर्माण, मेडीकल कॉलेज के डीन, जेएएच के अधीक्षक, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
आधुनिकतम होगा हजार बिस्तर का अस्पताल
हजार बिस्तर के अस्पताल भवन का निर्माण आधुनिकतम डिजाइन से होगा। इस अस्प्ताल में वो सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिनकी कल्पना चिकित्सास के लिहाज से की जाती है। कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण श्री प्रदीप अष्ठपुत्रे ने बताया कि हजार बिस्तर के अस्पताल का निर्माण लगभग सवा 6 हैक्टेयर जमीन (लगभग एक लाख पाँच हजार वर्ग मीटर) क्षेत्र में किया जा रहा है। अस्पताल के निर्माण के लिये कुल 338 करोड़ रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है। गत 6 अक्टूबर को अस्पताल निर्माण के लिये अनुबंध हुआ था और 15 दिसम्बर को कार्य शुरू हो चुका है। उन्होंने बताया कि कुल 1008 बिस्तर के इस अस्प्ताल का निर्माण दो चरणों में किया जायेगा। अस्पताल में कुल तीन ब्लॉक होंगे। इसके अलावा एक प्रशासनिक ब्लॉक व 300 बिस्तर की क्षमता वाली धर्मशाला भी बनाई जायेगी। पोस्ट मार्टम कक्ष का निर्माण भी अस्पताल में होगा। अस्प्ताल के प्रबंधन के लिये सर्विस ब्लॉक भी बनाया जायेगा। इसके अलावा चिकित्सक एवं पैरामेडीकल स्टॉफ के लिये 100 आवास बनेंगे। अस्पताल का निर्माण पॉटरीज की जमीन पर और आवासीय भवन जेएएच परिसर में बनाए जायेंगे।
श्री अष्ठपुत्रे ने बताया कि प्रथम चरण में ए और सी ब्लॉक धर्मशाला का निर्माण होगा। सी-ब्लॉक में 568 बैड और ए-ब्लॉक में 260 बैड होंगे। अस्पताल का निर्माण 30 महीने में पूर्ण किया जाना है। जिसमें से प्रथम चरण के कार्य के लिये 18 माह की समय-सीमा निर्धारित है। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक भवन में सभी चिकित्सा विभागों के पंजीयन का कार्य होगा। वहीं से मरीज सीधे संबंधित विभाग में जा सकेंगे। सी-ब्लॉक में 150 बैड का प्राइवेट वार्ड भी निर्मित किया जायेगा।
झाँसी रोड़ बस स्टेण्ड के बगल में बनेगा वीडियो कोच बस स्टेण्ड
संभाग आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने नव निर्मित झाँसी रोड़ बस स्टेण्ड का भी जायजा लिया। उन्होंने जल्द से जल्द आमखो बस स्टेण्ड की बसों के लिये झाँसी रोड़ बस स्टेण्ड चालू करने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए। साथ ही कहा कि इस बस स्टेण्ड के बगल में वीडियो कोच बसों के लिये बस स्टेण्ड बनाने का काम आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा बस स्टेण्ड के लिये जमीन आवंटित करने की कार्रवाई जल्द पूर्ण कराई जायेगी।
उन्होंने पड़ाव पर निर्माणाधीन नवीन रेलवे ओवर ब्रिज के कार्य का भी गुरूवार को जायजा लिया। रेलवे के अधिकारियों ने जानकारी दी कि नवीन रेलवे ओवरब्रिज के एक तरफ का काम जल्द ही पूर्ण हो जायेगा। इसके साथ ही यह पुल आवागमन के लिये शुरू किया जा सकेगा। एक तरफ का काम पूर्ण होने पर दूसरी तरफ का आरओबी बनाने का कार्य शुरू किया जायेगा।