ईवीएम में दर्ज मत गिनने की बारीकियाँ सीखीं।
ग्वालियर:- जिले में मतगणना के लिये तैनात किए गए अधिकारियों व कर्मचारियों को मंगलवार को यहाँ भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान में प्रथम चरण का प्रशिक्षण दिया गया। मतगणना के लिये तैनात अमले ने खासतौर पर ईवीएम में दर्ज मत गिनने की बारीकियाँ सीखीं। मतगणना अमले के साथ-साथ माइक्रो ऑब्जर्वर को भी प्रशिक्षित किया गया। मध्यप्रदेश के विधानसभा आम निर्वाचन में पहली बार उपयोग में लाए गए वीवीपैट की पर्चियाँ गिनने व उनका महत्व भी मतगणना अमले को बताया गया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अशोक कुमार वर्मा ने भी मतगणना प्रशिक्षण का जायजा लिया।
मतगणना अमले के प्रथम चरण के प्रशिक्षण में गणना पर्यवेक्षक व गणना सहायकों को इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन से मतगणना करने की बारीकियां सिखाई गईं। प्रथम चरण के प्रशिक्षण में लगभग 400 अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों में लगभग 50 मास्टर ट्रेनर भी शामिल हैं।
प्रशिक्षण में बताया गया कि हर गणना टेबल पर एक – एक गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक व माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात रहेंगे। इस प्रकार एक टेबल पर तीन अधिकारी तैनात किए जायेंगे। गणना पर्यवेक्षक सीधे निर्वाचन प्रेक्षक को अपनी रिपोर्ट देंगे। जिले के हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 14 टेबलों पर मतगणना होगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दो – दो कक्षों में मतगणना की जायेगी। ईवीएम के मतों की गिनती करने के लिये प्रत्येक कक्ष में 7 – 7 टेबल लगेंगीं। जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अशोक कुमार वर्मा ने मतगणना अमले को हिदायत दी कि मतों की गिनती का काम पूरी तरह मुस्तैद होकर व सावधानी के साथ करें। साथ ही भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतगणना के संबंध में निर्धारित दिशा-निर्देशों का भी कड़ाई से पालन किया जाए।
मतगणना के प्रशिक्षण के दौरान मतगणना प्रभारी एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा व उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री राघवेन्द्र पाण्डेय सहित सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारी व सहायक रिटर्निंग अधिकारी मौजूद थे। मतगणना अमले को मास्टर्स ट्रेनर्स श्री एस बी ओझा व डॉ. प्रवीण ओझा सहित अन्य मास्टर टेनर्स ने प्रशिक्षित किया।
विदित हो भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत जिले के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में गत 28 नवम्बर को डाले गए मतों की गिनती 11 दिसम्बर को की जायेगी। मतगणना का काम इस दिन प्रात: 8 बजे से यहाँ एमएलबी कॉलेज परिसर में शुरू होगा।
पहले डाक मत पत्रों की गिनती शुरू होगी
भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के मुताबिक 11 दिसम्बर को प्रात: 8 बजे डाक मत पत्रों की गिनती शुरू होगी। इसके आधा घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू की जायेगी। दोनों प्रकार के मतों की गिनती समानान्तर रूप से जारी रह सकेगी। प्रशिक्षण में बताया गया कि डाक मत पत्रों की गिनती यदि ईवीएम के आखिरी दो राउण्ड से पहले पूरी नहीं हो पाती है तो सेकेण्ड लास्ट राउण्ड का चुनाव परिणाम तभी घोषित होगा, जब पूरे डाक मत पत्र गिने जा चुके होंगे। केवल उन्हीं डाक मत पत्रों की गिनती होगी जो मतगणना शुरू होने से पहले अर्थात 11 दिसम्बर को प्रात: 8 बजे से पूर्व प्राप्त हो जायेंगे।
वीवीपैट की पर्चियाँ गिनने की प्रक्रिया भी बताई
मास्टर ट्रेनर श्री एस बी ओझा ने मतगणना अमले को बताया कि हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में किसी एक मतदान केन्द्र के वीवीपैट की पर्चियों की गिनती अनिवार्यत: की जायेगी। यदि ईवीएम (कंट्रोल यूनिट) पर डिस्प्ले दिखाई नहीं देता है तो उस ईवीएम के वीवीपैट की पर्चियों की गिनती होगी। इसी तरह यदि किसी मतदान केन्द्र पर मॉक पोल के बाद वोटों को क्लीयर न कर वास्तविक मतदान प्रारंभ कर दिया होगा तो ऐसी स्थिति में भी वीवीपैट की पर्चियों की गणना होगी। इसके अलावा यदि अभ्यर्थी द्वारा किसी मतदान केन्द्र के वीवीपैट की पर्चियाँ गिनने की मांग की जाती है तो मांग जायज होने पर संबंधित रिटर्निंग अधिकारी निर्णय लेंगे।