मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का कायाकल्प शुरू।
Mayank Sharma रेलवेअपनी ट्रेनों को नया रंग रूप देने में लगा है। इसके साथ ही यात्रियों को मिलने वाली सुविधा में भी इजाफा कर रहा है। यह सब रेलवे के “उत्कृष्ट” प्रोजक्ट के तहत किया जा रहा है। इसका उद्देश्य मेल और एक्सप्रेस ट्रेन कोच को अपग्रेड करना है। उत्कृष्ट प्रोजेक्ट के तहत रेलवे पहले चरण में मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के 140 कोच अपग्रेड करने की योजना बना रहा है। इस अपग्रेड में ट्रेन के कोच के अंदर और बाहर दोनों जगह के बदलाव होना शामिल है। इस परियोजना के तहत ट्रेन के टॉयलेट में बदलाव किया गया है। ट्रेन के टॉयलेट को लेकर यात्रियों की रेलवे को शिकायतें मिल रही थीं। इस टॉयलेट में पानी की खपत कम होगी। साथ ही पहले से ज्यादा सफाई भी रहेगी। रेलवे के मुताबिक नए टॉयलेट के कई फायदे हैं, यह टॉयलेट चौक नहीं होंगे। डिस्चार्ज पाइप को क्विक डिस्चार्ज के लिए बायो टैंक से जोड़ा गया है। गंध की पूरी सीलिंग की गई है। सिस्टम इमरजेंसी में बिना बिजली और पानी के भी काम करता है। एक टॉयलेट की कीमत 40 हजार रुपए है। इसका कोई मेंटेनेंस नहीं करना है। डिपो में इसके पानी के डिस्चार्ज की मेनुअस सेटिंग भी की जा सकती है। ट्रेन के सभी कोच के मुख्य इंटिरियर, डोरवे, गैंगवे और टॉयलेट में एलईडी लाइट दी गई हैं। मेल के एसी कोच में एलईडी पैनल लाइट, ब्रेल साइनेज, नाइट ग्लो स्टिकर, फर्स्ट एसी कोच में एलईडी पैनल फोटो फ्रेम, नए प्रकार के बोतल होल्डर, बड़े शीशे, नए अग्निरोधक और टॉयलेट में एग्जॉस्ट फैन आदि दिए गए हैं।