झोला छाप डाक्टरों की क्लीनिकों को सील्ड करने की कार्यवाही शीघ्रतिशीघ्र की जाए:- कलेक्टर
विदिशा:- कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्मय से अनुविभाग स्तर के कार्यो की समीक्षा की। कलेक्टर डॉ जैन ने समस्त एसडीएम को सख्त हिदायत व निर्देश दिए है कि झोला छाप डाक्टरों की क्लीनिकों को सील्ड करने की कार्यवाही शीघ्रतिशीघ्र की जाए। उन्होंने कहा कि सर्दी, खांसी के मरीजो का इनके द्वारा लंबे समय तक इलाज करने के कारण कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है वही झोला छाप डाक्टरों के द्वारा समय पर सेम्पल प्रक्रिया से मरीजो को अवगत नही कराया जाता है। झोला छाप डाक्टर मरीजो के इलाज हेतु विधिवत रूप से अधिकृत नही है अतः किसी भी मरीज की जान के साथ किसी भी प्रकार का खिलावाड बर्दाश्त नही किया जाएगा।
कलेक्टर डॉ जैन ने समस्त एसडीएमों को निर्देश दिए है कि झोला छाप डाक्टरों पर की गई कार्यवाही की अद्यतन प्रगति से हर रोज अवगत कराएं। उन्होंने इसे अभियान के रूप में क्रियान्वित कर एक दो दिवस के भीतर समस्त झोला छाप डाक्टरों की क्लीनिकों को सील्ड करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर डॉ जैन ने सिरोंज, लटेरी एवं नटेरन क्षेत्रों की शैक्षणिक संस्थाओें में बालिकाओं के दाखिला कम होने को अतिगंभीरत से लेते हुए संबंधित क्षेत्र के बीआरसी को नोटिस जारी करने के निर्देश देते हुए उन तथ्यों का पता लगाया जाए कि कौन-कोन से स्कूल से ड्राफ आउट हुए है। उन्होंने अभिभावको द्वारा बालिकाओं का दाखिला स्कूलों में खासकर आठवीं उत्तीर्ण होने के उपरांत नही कराया जा रहा है। कलेक्टर द्वारा बालिकाओं के अभिभावकों से सम्पर्क साधकर शिक्षा की महत्वता और उपयोगिता के अलावा राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के लिए किए गए प्रबंधो से अवगत कराएं और ऐसी बालिकाएं जिनका अभी तक नामांकन दाखिल नही हुआ है। मुहिम के रूप में क्रियान्वित कर दाखिला कराएं।
कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि पीएम स्ट्रीट वेण्डर के प्रकरणों में शीघ्रतिशीघ्र वित्त पोषण की कार्यवाही क्रियान्वित की जाए। उन्होंने समस्त एसडीएमों को निर्देश दिए है कि निकायों के अधिकारियों की बैठक आहूत कर सुपात्रों को अविलम्ब पीएम स्ट्रीट वेण्डर योजना का लाभ दिलाया जाए।
कलेक्टर डॉ जैन ने अनुविभागवार क्रियान्वित स्वास्थ्य कार्यो की भी व्हीसी में पृथक से समीक्षा की। इसके अलावा लंबित आवेदनों पर अनुविभाग में पदस्थ विभागो के अधिकारियों द्वारा निराकरण के पालन प्रतिवेदन पर भी इस दौरान समीक्षा की गई है।