ग्वालियर में सात दिन का कर्फ्यू (संपूर्ण लॉकडाउन) लगाने की तैयारी।
ग्वालियर:- कोविड -19 के बडते संक्रमण को देखते हुए ग्वालियर शहर में 7 दिन के लिए संपूर्ण लॉकडाउन (कर्फ्यू) लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान आवश्यक वस्तुएं जिनमें दूध, सब्जी एवं दवाओं की उपलब्धता के लिए कुछ समय के लिए छूट रहेगी। शेष समय संपूर्ण शहर पूर्णत: बंद रहेगा। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को क्राईसेस मैंनेजमेंट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में लिए गए निर्णय को राज्य शासन को भेजा गया है। शासन से स्वीकृति प्राप्त होने के पश्चात लॉकडाउन के आदेश पारित किए जाएंगे।
कोविड-19 के बडते संक्रमण के कारण ग्वालियर में मरीजों की संख्या बडने के कारण शहर में लॉकडाउन की आवश्यकता को देखते हुए कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में क्राईसेस मैनेजमेंट की बैठक में विस्तार से चर्चा कर महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। क्राईसेस मैनजमेंट की बैठक में सर्वसम्म्ति से निर्णय लिया गया कि कोरोना के बढते प्रभाव को देखते हुए शहर में 7 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लागू किया जाए। लॉकडाउन लागू करने से पूर्व शहर वासियों को उसकी सूचना अवश्य दी जाए। लॉकडाउन के दौरान अनावश्यक रूप से लोग ना निकलें इसके लिए शक्ति से पालन भी सुनिश्चित किया जाए। आम नागरिकों के लिए आवश्यक वस्तुओं में दूध , सब्जी की उपलब्धता की व्यवस्था भी की जाए। इसके साथ ही चिन्हित मेडीकल स्टोर भी लोगों को दवा की उपलब्धता के लिए खुले रखे जाएं।
बैठक में यह भी तय किया गया कि ऐसे उद्योग जिनमें श्रमिकों को वहीं पर रख कर कार्य कराया जा सकता है उन्हें अनुमति प्रदान की जाए। जिले की सीमा को सील किया जाए और आवश्यकता को देखते हुए शहर में आने व जाने वालों के लिए पास की व्यवस्था की जाए। बैठक में यह भी तय किया गया कि संक्रमण को देखते हुए लोगों में जागरूकता के लिए विशेष प्रयास किए जाए।
क्राईसेस मैनेजमेंट की बैठक में क्षेत्रीय सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए शहर में सात दिन का लॉकडाउन पूरी शक्ति के साथ लागू किया जाए।
पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन ने कहा कि बढते हुए संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन आवश्यक है। इसके साथ ही हम सब को भी लोगों को जागरूक करने और संक्रमण की रोकथाम के लिए सावधानी बरतने की अपील आमजनों से करना चाहिए। इसके साथ ही शहर में सामाजिक, धार्मिक एवं राजनैतिक ऐसे कोई कार्यक्रम आयोजित ना किए जाऐं जिनमें बडी संख्या में लोग एकत्रित होते हैं। क्राईसेस मैनेजमेंट के सभी सदस्य भी इस दिशा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें तथा आमजनों को भी कोरोना से संक्रमण की रोकथाम हेतु सावधानी बरतने की अपील करें।