सीएमएचओ को लिखा चेतावनी पत्र।
सिहोर:- जिले के श्यामपुर विकासखण्ड अंतर्गत दोराहा में स्थित सिद्धिविनायक चिकित्सालय में पदस्थ स्टाफ द्वारा मरीज का उपचार करने से इंकार करने के मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर कुमार डेहरिया द्वारा गठित जिला स्तरीय जांच के दल की जांच प्रतिवेदन के आधार पर संबंधित अस्पताल के संचालक को पुनः इस तरह की गलती दोहराने पर अस्पताल का पंजीयन रद्द करने की चेतावनी दी है। जिला स्तरीय जांच दल में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.टी.आर.उईके, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.एम.चंदेल तथा श्यामपुर ब्लाक मेडिकल आफिसर डॉ.एच.पी.सिंह शामिल थे।
जिला स्तरीय जांच दल से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर अपने बयान में दोराहा निवासी श्री अजयनाथ ने जांच दल को बताया कि श्रीमती मूलियाबाई को 03 मई 2020 को दोराहा के सिद्धिविनायक निजी चिकित्सालय में उपचार के लिए लेकर गया था। उसकी दादी को घबराहट के साथ ही सांस लेने में तकलीफ हो रही थी तथा बुखार भी आ रहा था। अस्पताल स्टाफ ने कोरोना की स्थिति को देखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दोराहा में उपचार के लिए कहा गया तथा मरीज का किसी भी प्रकार का प्राथमिक उपचार अपने अस्पताल में नहीं किया । परिजन मरीज को सीएचसी दोराहा लेकर गए जहां प्राथमिक उपचार के उपरांत जिला चिकित्सालय एवं वहां से उसे उपचार के लिए हमिदिया अस्पताल भोपाल रेफर किया गया जहां उपचार के उपरांत मरीज की हालात ठीक है तथा वह स्वस्थ है। जिला स्तरीय जांच दल से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डेहरिया द्वारा संचालक सिद्धिविनायक अस्पताल दोराहा को चेतावनी पत्र लिखा गया कि अस्पताल में पहुंचने वाले मरीज का प्राथमिक उपचार किया जाना सुनिष्चित करें तथा गंभीर स्थिति होने पर अथवा अस्पताल में संसाधन न होने की स्थिति में ही अन्य संस्था हेतु रेफर करने की कार्यवाही करें। भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति संबंधित संस्था द्वारा की जाना पाया गया तो अस्पताल का पंजीयन तत्काल प्रभाव से रद्द करने की कार्यवाही की जाएगी।