447 करोड़ रुपए से बनने वाली एलिवेटेड रोड का शुभारंभ 15 सितंबर को।
ग्वालियर:- ग्वालियर के सुनियोजित विकास में नए एवं ऐतिहासिक प्रतिमान के रूप में जुड़ने जा रहे एलीवेटेड मार्ग का भूमिपूजन 15 सितम्बर को प्रस्तावित किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर तथा केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित राज्य सरकार के मंत्रीगण लगभग 447 करोड़ रूपए की लागत से बनने जा रहे इस एलीवेटेड रोड का भूमिपूजन कर आईएसबीटी (अंतर्राज्यीय बस अड्डा) की आधारशिला भी रखेंगे।
ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने एलीवेटेड रोड के भूमिपूजन समारोह स्थल जायजा लिया। साथ ही समारोह की सभी तैयारियां समय सीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने बताया कि भूमिपूजन कार्यक्रम में जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव व सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधिगण भी बतौर अतिथि शामिल होंगे। आज जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ट्रिपल आईटीएम के सामने निर्माणाधीन दिव्यांग स्टेडियम के समीप स्थित खेल मैदान पर पहुंचे। इसी मैदान पर एलीवेटेड रोड एवं आईएसबीटी का भूमिपूजन समारोह आयोजित करने की सहमति बनी है। मंत्री श्री तोमर ने इस अवसर पर कहा कि ग्वालियर शहर के लिए एलीवेटेड रोड एक बहुत बड़ी सौगात है। इसके निर्माण से न केवल शहर की यातायात व्यवस्था बेहतर होगी, अपितु शहर एक महानगर का रूप लेगा।
शहर के बीच से होकर बह रही स्वर्ण रेखा नदी पर एलीवेटेड रोड बनने जा रहा है। ऐलीवेटेड रोड का निर्माण लगभग 447 करोड़ रूपए की लागत से होगा। इसमें से लगभग 406 करोड़ रूपए की राशि केन्द्र सरकार एवं लगभग 41 करोड़ रूपए की धनराशि राज्य सरकार ने मंजूर की है। स्वर्ण रेखा पर अत्याधुनिक तकनीक से प्रथम चरण में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के समीप से ट्रिपल आईटीएम तक लगभग 6 किलोमीटर लम्बाई में एलीवेटेड रोड का निर्माण होगा। कार्यपालन यंत्री सेतु निगम श्री ज्ञानवर्धन मिश्रा ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई की समाधि से ट्रिपल आईटीएम तक लगभग 6 किलोमीटर लम्बाई में बनने जा रहे एलीवेटेड रोड की कुल चौड़ाई लगभग 16 मीटर होगी। डिवाइडर के अलावा दोनों ओर की सड़कों की चौड़ाई 7.25 – 7.25 मीटर होगी। चढ़ने उतरने के लिए चार रैम्प भी बनाए जाएंगे।