दुनिया में आयुर्वेद की प्रतिष्ठा को फिर से कायम किया जाए, ऐसे शोध की आवश्यकता है।
भोपाल:- आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर कावरे ने कहा है कि मध्यप्रदेश के वन आयुर्वेद वनस्पति के मामले में काफी समृद्ध हैं। यहां नए नए शोध किए जाने की काफी संभावना है। उन्होंने युवाओं से इस दिशा में प्रभावी प्रयास किए जाने का आहवान किया। राज्य मंत्री श्री कावरे आज भोपाल के रवीन्द्र भवन में तीन दिवसीय नेशनल आयुर्वेद यूथ कॉन्क्लेव के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में उन्होंने देश के प्रख्यात आयुर्वेद वैद्यों को भी सम्मानित किया। इस मौके पर भोपाल सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी उपस्थित थीं। श्री कावरे ने कहा कि भारत की प्राचीन संस्कृति में आयुर्वेद का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। नए शोध न होने के कारण आयुर्वेद की पुरानी प्रतिष्ठा प्रभावित हुई। उन्होंने युवाओं से आहवान किया कि ऐसा प्रयास करें कि दुनिया में आयुर्वेद को नई पहचान दिलाने में मध्यप्रदेश अग्रणी बने। कोरोना काल की चर्चा करते हुए राज्य मंत्री श्री कावरे ने कहा कि उस संकट के दौर में आयुष विभाग ने जन सामान्य में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में ठोस काम किया है। घर घर पहुंच कर जन सामान्य को काढ़ा और चूर्ण का वितरण किया गया।