अमेरिकन कम्पनियों को प्रदेश में आकर्षित करने की पहल शुरू।
भोपाल:- कोविड-19 संक्रमण के उपरांत औद्योगिक परिदृश्य एवं भविष्य में चीन से अमेरिकन कम्पनीज को मध्यप्रदेश में आकर्षित करने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार, प्रदेश के उच्च अधिकारियों ने US-India Strategic Partnership Fourm (USISPF) के माध्यम से विभिन्न अमेरिकन कम्पनीज के साथ वेबिनार पर चर्चा की। वेबिनार में श्री आई.सी.पी. केशरी, अपर मुख्य सचिव कमर्शियल टेक्स, डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन एवं श्री विवेक पोरवाल, एमडी, एमपीआईडीसी शामिल हुए। वेबीनार में पेप्सी, केटरपिलर, क्युमिंस, वेरियन मेडिकल, नाइकी, वालमार्ट एंव अन्य अमेरिकन कम्पनीज के उच्च अधिकारी शामिल हुए। वेबिनार के माध्यम से डॉ. राजोरा ने मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए स्थिति अनुकूल माहौल के बारे में बताया इसके साथ-साथ ये भी आश्वस्त किया कि भविष्य में जो भी अमेरिकन कम्पनियाँ विश्व के किसी भी भाग से रिलोकेट होकर भारत आना चाहती हैं तो मध्यप्रदेश उनको उनकी आवश्यकता अनुसार सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराएगा। जो भी उद्योग चीन से पलायन करके मध्यप्रदेश में अपनी इकाई स्थापित करेंगे, शासन उनके लिए अलग नीति बनाएगा। इसके साथ-साथ उन्हें आकर्षित करने के लिये विशेष पैकेज पर भी काम जारी है।
इस अवसर पर अमेरिकन कम्पनीज द्वारा प्रदेश उपलब्ध अवसरों को लेकर काफी रूचि दिखाई गई। श्रम कानूनों के तहत हुए बदलाव एवं नये निवेश पर पहले 1000 दिनों में दिए जाने वाली छूट को लेकर अमेरिकन कम्पनीज के निवेश खासे उत्साहित नजर आये। श्री पोरवाल ने इस अवसर पर बताया कि मध्यप्रदेश में बिजनेस करने की लागत काफी प्रतिस्पर्धात्मक है और हमने ये लागत कम करने के लिये कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। जिसमें एमपीआईडीसी को चुनिंदा इंडस्ट्रियल एरिया में बिजली डिस्ट्रीब्यूशन का लाइसेंस मुख्य है।अपर मुख्य सचिव श्री केशरी ने प्रत्येक अमेरिकन कंपनी जो मध्यप्रदेश में है उसे कोविड-19 संक्रमण के इस दौर में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया साथ ही अमेरिकन कम्पनीज को मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
मध्यप्रदेश शासन के ये कदम भविष्य में चीन से माइग्रेट होने वाली कम्पनीज को प्रदेश में आकर्षित करने के लिये सही समय पर लिया गया उचित कदम है और इसके दूरगामी परिणाम होंगे।