3 मई तक रहेगा लाॅकडाउन, कई राज्यों में सख्ती बरती जाएगी:- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
नई दिल्ली:- हम भारत के लोगों की तरफ से अपनी सामूहिक शक्ति का यह प्रदर्शन यह संकल्प बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है बाबा साहब का जीवन हमें हर चुनौती को अपने संकल्प शक्ति और परिश्रम के बलबूते पर पार करने की निरंतर प्रेरणा देता है। मैं सभी देश वासियों की तरफ से बाबा साहब को नमन करता हूं ।साथियों यह देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग त्योहारों का भी समय और वैसे भी भारत को उत्सवों से भरा रहता है। उत्सवों के बीच खिलखिलाते रहना है। लाॅकडाउन जैसे बंधनों के बीच मैं देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं जितने संयम से अपने घरों में रहकर त्योहार बड़ी सादगी पूर्ण तरीके से मना रहे हैं यह सारी बातें बहुत ही प्रेरक हैं बहुत ही प्रशंसनीय है नए वर्ष पर आपके आपके परिवार के उत्तम स्वास्थ्य की मंगल कामना करता हूं साथियों आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है हम सब उसे भलीभांति परिचित हैं अन्य देशों के मुकाबले अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए आज भी रहे हैं और साक्षी भी जब हमारे यहां करोड़ों का उससे पहले ही भारत में कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी कोरोना के मरीज 100 तक पहुंचे उससे पहले ही भारत ने विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था। समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया जैसे ही समस्या तेजी से फैलने लगी तो सरकार ने कड़े फैसले लेकर उसी समय रोकने का प्रयास किया साथियों संकट है। अन्य देशों की तुलना में उचित स्थिति में है महीना डेढ़ महीना पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में भारत के बराबर खड़े थे आज उन देशों में भारत की तुलना में कोरोना के केस 25 से 30 गुना ज्यादा बढ़ गए हैं उन देशों में हजारों लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी भारत ने हॉलिस्टिक अप्रोच इंटीग्रेटेड अप्रोच भारत की कल्पना करते हैं। लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से सांफ है कि हमने जो रास्ता चुना है आज की स्थिति में वही हमारे लिए सही है सोशल डिस्टेंस का फायदा देश को मिला है अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो यह महंगा जरूर लगता है लेकिन देश को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी भारत वासियों की जिंदगी से इसकी तुलना नहीं हो सकती। सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस मार्ग पर चला है उस मार्ग की चर्चा आज दुनिया भर में होना देश की राज्य सरकारों ने, स्थानीय संस्थाओं ने, निकायों ने भी इसमें बहुत जिम्मेदारी के साथ काम किया है 24 घंटे अपनो के लिए प्रयास किया है और हालत को संभाला भी है। लेकिन साथियों इन सब प्रयासों के बीच कोरोना जिस तरह उसने विश्व भर में सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया। भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े, हम विजयी कैसे हो, हमारे यहां नुकसान कम से कम कैसे हो, लोगों की दिक्कतें कम कैसे करें इन बातों को लेकर राज्यों के साथ निरंतर चर्चाएं की नागरिकों की तरफ से भी लॉक डाउन को बढ़ाया जाए मांग की गई थी। कई राज्य तो पहले से ही लॉक डाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं साथियों सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है कि भारत में लाॅकडाउन को 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा। 3 मई तक हम सभी को हर देशवासी को लॉक डाउन में ही रहना होगा।