प्रयासों में कमी न रखें, सफलता आपके कदम चूमेगी:- दीपा मलिक
ग्वालियर:- ’यदि आपने सफल होना ठान ही लिया है तो कोई भी बाधा आपके पथ को विचलित नहीं कर सकती। जरूरत इस बात की है कि अपने आत्मविश्वास को सदैव बनाए रखें और ध्येय के प्रति समर्पित रहें। अपने भीतर जीवटता के साथ उम्मीदों की एक लौ को सदैव जलाए रखिए और प्रयासों में कोई कमी न रखें, सफलता आपके कदम चूमेगी।’ यह कहना है पदमश्री एवं राजीव गांधी खेलरत्न एवार्ड से सम्मानित एवं पैराओलंपिक में सिल्वर मैडल जीतने वालीं भारत की पहली महिला खिलाड़ी दीपा मलिक का। वे आज यहां अमर ज्योति स्कूल एवं पुनर्वास केंद्र में आयोजित वसंत उत्सव एवं एनुअल डे सेलिब्रेशन में शामिल बच्चों, कार्यकर्ताओं एवं नागरिकों को संबोधित कर रही थीं।
स्मारोह में कलेक्टर अनुराग चौधरी, एलएनआईपीई के कुलपति डॉ. दिलीपकुमार दुरेहा, डॉ. डवास, आईटीएम यूनिवर्सिटी की कुलाधिपति डॉ. रूचिसिंह चौहान, अमर ज्योति चैरिटेबिल ट्रस्ट की फाउण्डर एवं मैनेजिंग सेक्रेटी डॉ. उमा तुली एवं कैट की मप्र इकाई के अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन विषिश्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। देश के खेल जगत की जानी मानीं स्टार खिलाड़ी दीपा मलिक ने अमर ज्योति स्कूल के बच्चों के साथ खुशियों के पल बांटते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में जो कुछ हासिल किया है, उसकी पृष्ठभूमि में अमर ज्योति स्कूल के बच्चों से मिली प्रेरणा बहुत अहम है। दीपा ने कहा कि यूं तो उन्होंने अपने खेल जीवन से रिटायरमेंट लेने का फेसला ले लिया था लेकिन अमर ज्योति स्कूल के बच्चों का होंसला, जीवटता व कॉन्फिडेंस देखकर उन्होंने अपना इरादा बदल दिया है और अब वे खेलती रहेंगी। उन्होंने दिव्यांग बच्चों के सेवा कार्य में जुटे स्वयंसेवकों व कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए कहा कि सदैव यह बात ध्यान में रखना चाहिए कि यह जीवन सिर्फ आपका नहीं है बल्कि हमें सदैव दूसरों के जीवन को संवारने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए।
समारोह को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कहा कि आज कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों की प्रस्तुतियां देखकर उनके मन का यह विष्वास और अधिक मजबूत हुआ है कि विपरीत परिस्थितियों को भी हम अनुकूलता व उपलब्धियों में परिवर्तित कर सकते हैं। सवाल बस यही है कि अपने मन के विश्वास को किसी भी कीमत पर कमजोर न पड़ने दें। उन्होंने कहा कि मप्र शासन ने दिव्यांग बच्चों के कल्याण तथा उन्हें बेहतर जीवन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न कार्यक्रम एवं योजनाएं संचालित कर रखी हैं। इनका अधिकाधिक लाभ लेना चाहिए। उन्होंने अमर ज्योति स्कूल द्वारा मानसिक व शारीरिक रूप से दिव्यांग बच्चों, अस्थिबाधितों, दृष्टिबाधितों के कल्याण के लिए चलाए जा रहे विभिन्न शैक्षणिक व सामाजिक कार्यक्रमों को सराहा।
पदमश्री से सम्मानित एवं अमर ज्योति स्कूल की फाउण्डर एवं ट्रस्ट की मैनेजिंग सेक्रेटी डॉ. उमा तुली ने अपने उदबोधन में अमर ज्योति द्वारा दिव्यांग बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य रक्षा एवं कैरियर निर्माण के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि यदि हमारे परिवार में कोई बच्चा शारीरिक या मानसिक रूप से असहज है तो उसे उपेक्षित न करें, न उसे बोझ समझें बल्कि उसे भी अन्य सामान्य बच्चों की तरह ही समझते हुए उनके लिए उपलब्ध विषिश्ट प्रकार की शिक्षण शैली, कैरियर प्रकल्पों व काउंसिलिंग का लाभ उठाएं। अमर ज्योति स्कूल एैसे बच्चों की सेवा के लिए हर दम तैयार है। कैट की मप्र इकाई के अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन ने कहा कि ग्वालियर में आईटी पार्क के समीप, मानपुर में अमर ज्योति स्कूल की स्थापना के समय से ही वे यहां की गतिविधियों से जुड़े हैं। वे यहां आकर असीम उर्जा व उत्साह से भर जाते हैं। पदमश्री डॉ. उमा तुली ने इस संस्था को देश ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है। अन्य अतिथिगण ने भी उत्साहवर्धक उदबोधन दिए। व्हीलिंग हैप्पीनेस बनाने वालीं दीपा मलिक की होनहार बेटी देविका भी वसंत उत्सव व एनुअल डे सेलिब्रेशन में शामिल हुईं। कार्यक्रम में अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेसीडेंट अजय कपूर एवं सेक्रेटी विवेक तुली सहित सभी एक्जीक्यूटिव मेम्बर उपस्थित थे। कार्यक्रम में अमर ज्योति स्कूल के बच्चों ने रंगारंग मनोरंजक एवं ज्ञानवर्धक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। बच्चों ने रोमांचकारी गेम्स खेले। गेम्स व फूड स्टाल भी लगाए। इस उत्सव में शहर के अन्य प्रतिश्ठित स्कूलों डीपीएस, आईटीएम ग्लोबल, वीनस पब्लिक स्कूल आदि के बच्चों ने भी शिरकत करते हुए अपने स्टाल लगाए। फूड स्टालों पर खूब भीड़ रही। शहर की प्रतिष्ठित संस्थाओं रोशनी, नवनीत प्रिय गौशाला, क्रिएटिव प्यूपिल ने भी कार्यक्रम स्थल पर स्टाल सजाए।