देर आए दुरुस्त आए, आखिरकार जाग ही गया महकमा।
ग्वालियर:- आखिरकार जिला प्रशासन द्वारा जांच दल गठित कर निजी नर्सिंग होम संचालकों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। जिले में संचालित निजी नर्सिंग होमों एवं चिकित्सालयों के आकस्मिक निरीक्षण कर अनियमिततायें पाये जाने पर आज 7 निजी नर्सिंग होम एवं निजी चिकित्सालयों के पंजीयन एवं लायसेंस एक माह के लिए निलंबित कर दिए गए हैं। प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा ने बताया कि यह कार्रवाई चिकित्सा शिक्षा माफिया अभियान के तहत की गई है। साथ ही उक्त चिकित्सालयों के विरूद्ध रजिस्ट्रार मध्यप्रदेश नर्सेज रजिस्ट्रेशन काउंसिल भोपाल को नियमानुसार कार्रवाई किए जाने हेतु पत्र भेजा गया है।
देर आए दुरुस्त आए बाली कहावत को चरितार्थ कर रहा हैं स्वास्थ्य विभाग, विगत कई दिनों से चिकित्सा शिक्षा माफियाओं पर हो रही ताबड़तोड़ कार्यवाही इस बात का प्रमाण है कि महकमा अब जाग गया है।