शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए शिक्षक अपनी महती भूमिका का निर्वहन करें:- शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी
ग्वालियर:- प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि शिक्षा विभाग प्रदेश सरकार का आइना बने। शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए शिक्षक अपनी महती भूमिका का निर्वहन करें। शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी ने शुक्रवार को मेडीकल कॉलेज के मानसभागार में ग्वालियर एवं भिण्ड जिले के प्राचार्यों की बैठक में यह बात कही।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में अपनी अलग पहचान बनाए, इसके लिए शिक्षकों को अग्रणी भूमिका का निर्वहन करना होगा। सबको शिक्षा के साथ-साथ गुणात्मक शिक्षा की उपलब्धता पर हम सबको गंभीरता से विचार करने के साथ-साथ कार्य करने की आवश्यकता है। ग्वालियर एवं भिण्ड जिले के प्राचार्यों की समीक्षा बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरूण शमी, आयुक्त स्कूल शिक्षा श्रीमती जयश्री कियावत, संचालक श्री गौतम सिंह, संचालक श्री के के द्विवेदी सहित शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक श्री अरविंद सिंह और ग्वालियर व भिण्ड जिले के प्राचार्यगण उपस्थित थे।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो, इसके लिए भी विशेष अभियान चलाकर कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए हमनें कक्षा-5वीं एवं कक्षा-8वीं की परीक्षाएं प्रारंभ की हैं। इससे बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार होगा। इसके साथ ही प्रदेश भर में अभिभावकों की बैठकें भी आयोजित की गई हैं।
प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरूण शमी ने भी ग्वालियर एवं भिण्ड जिले के प्राचार्यों से विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ ही शिक्षकों की समस्याओं के बारे में जानकारी दी और उनके यथा संभव निराकरण का आश्वासन दिया। बैठक में आयुक्त स्कूल शिक्षा श्रीमती जयश्री कियावत ने भी ग्वालियर एवं भिण्ड के प्राचार्यों से चर्चा कर शिक्षा में गुणात्मक सुधार पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।