a
Copyright Hindustan Media Diary
धर्मकांटो के साथ नापतोल यंत्रो शत प्रतिशत सत्यापन कराये:- मंत्री गोविन्द सिंह-शराब पीकर अभद्रता करना पड़ा भारी, चिकित्सा अधिकारी को संभागीय आयुक्त ने किया निलंबित!-फ्रॉड और धोखेबाजो से सावधान, विदेश अध्ययन छात्रवृति के नाम पर भेज रहे है मेल!-पदीय दायित्वों में लापरवाही बरतने दो आधिकारियों को किया तत्काल प्रभाव से निलंबित!-म.क्षे.वि.वि. कंपनी अब लेगी चक्रवृद्धि व्याज!-पत्रकार स्वास्थ एवं दुर्घटना बीमा की प्रमियम घटी, अंतिम तिथि भी बढ़ी-अबैध कॉलोनियो पर प्रभावी अंकुश के लिए कलेक्टर के सभी अनुविभागीय राजस्व आधिकारियों को निर्देश!-गंभीर आरोपों के चलते परिवहन आरक्षक निलंबित!-महाकाल की नगरी अवंतिका अनंत है, यह नगरी हर काल और हर युग में अपने गुणों ,कीर्ति और प्रसिद्धि से सदैव अलंकृत होती आ रही है।-30 सितंबर तक आधिकारियों/कर्मचारियों के अवकाश प्रतिबंधित!
Homeअंचलकोई भी बुखार डेंगू हो सकता है, बुखार होने पर तुरंत कराएं इलाज

कोई भी बुखार डेंगू हो सकता है, बुखार होने पर तुरंत कराएं इलाज

कोई भी बुखार डेंगू हो सकता है, बुखार होने पर तुरंत कराएं इलाज

ग्वालियर:-  बुखार के साथ-साथ यदि तेज सिरदर्द, आंखों के आसपास व  मांसपेशियों में दर्द तथा शरीर पर चकते बनना आदि लक्षणों में से दो या दो से अधिक लक्षण दिखाई देने पर कोई भी व्यक्ति डेंगू का मरीज हो सकता है। कभी-कभी रोगी को होने वाला सामान्य बुखार भी डेंगू हो सकता है। इसलिए डेंगू होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। इन लक्षणों के साथ-साथ मसूड़ों अथवा आंखों से रक्त स्त्राव अथवा रक्त में प्लेटलेट्स का कम होना आदि गंभीर प्रकार के डेंगू बुखार के सूचक हैं। जो कि हानिकारक हैं। ऐसी स्थिति में मरीज को अस्पताल में चिकित्सक की सलाह के अनुसार उपचार लेना चाहिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने आमजन से अपील की है कि इस प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल निकटतम शासकीय चिकित्सालय में संपर्क करें और बीमारी का समय पर इलाज कराएं। इसके साथ-साथ डेंगू से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतने को भी कहा है। उन्होंने कहा है कि घर में पानी के कंटेनर ढंककर रखें, सप्ताह में एक बार पानी के कंटेनर को अवश्य खाली करें, पैराथ्रम नामक दवा को कैरोसीन में मिलाकर आसपास छिड़काव किया जा सकता है। पूरी बांह के कपड़े पहनें तथा शरीर को ढंककर रखें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। नीम के पत्तों का धुंआ करें तथा खिड़की दरवाजों पर जाली लगवाएं। उन्होंने कहा है कि घरों के आस-पास पानी इकठ्ठा न होने दें। पानी इकठ्ठा होने पर मिट्टी का तेल अथवा जला हुआ तेल डालें। बुखार आने पर खून की जाँच अवश्य कराएं। डेंगू बुखार वायरस एडीज नामक मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर दिन के समय काटता है। यह रोगी व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में फैलता है। इसलिये डेंगू बुखार से बचने के लिए विभिन्न उपायों को अपनाएं एवं सावधानी बरतें।

Share With:
Rate This Article

hindustanmediadiary@gmail.com

No Comments

Leave A Comment