राजस्व वसूली में कौताही न बरते:- कलेक्टर
ग्वालियर:- राजस्व अधिकारी का मूल कार्य राजस्व प्रकरणों का निराकरण है। अधिकारी राजस्व प्रकरणों के निराकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दें । यह बात कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने शनिवार को राजस्व प्रकरणों की समीक्षा बैठक में दिये है ।राजस्व प्रकरणों की समीक्षा बैठक में राजस्व वसूली पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिये गये ।
बैठक में अपरकलेक्टर श्री अनूप कुमार, श्री संदीप केरकेट्टा, श्री रिंकेश वैश्य, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डबरा श्रीमती जयन्ती सिंह सहित राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित थे ।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने बैठक में राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजस्व अधिकारी अपने न्यायालयों से जारी किये गये आदेशों का अमभी शतप्रतिशत सुनिश्चित करें । सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अपने अपने कार्यालय में प्रोजेक्टर स्थापित कर नियमित समीक्षा प्रारंभ करें ।
बैठक में शासकीय योजनाओं एवं विभागीय कार्यों के लिए जमीन आवंटित करने के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि शासकीय भूमि आवंटन हेतु (लेण्ड पुल) बनाया जाये । कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी एसडीएम अपने अपने क्षेत्र में शत प्रतिशत मैरिज गार्डनों की जांच कर उनकी भूमि का उपयोग देखें। आगामी दिनों में सभी अधिकारी अपने अपने मौके की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें ।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने बैठक में यह भी निर्देश दिये हैं कि सभी एस.डी.एम. अपने अपने क्षेत्र में 1 अप्रैल 2014 से 31 मार्च 2019 तक उच्च् न्यायालयों में कितने प्रकरण थे तथा उनका क्या निर्णय हुआ है, इसकी भी रिपोर्ट प्रस्तुत करें । न्यायालयीन प्रकरणों में शासन का पक्ष भी मजबूती के साथ रखा जाये ।न्यायालयीन प्रकरणों में नियुक्त ओ.आई.सी. प्रकरणों के संबंध में निरन्तर वकीलों से सम्पर्क में रहे ।
बैठक में कलेक्टर श्री चौधरी ने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपना कार्य प्लानिंग बनाकर करें। राजस्व अधिकारी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है अधिकारी अपने दायित्वों को समझें और उनके निर्वहन को गंभीरता से लें ।
राजस्व वसूली में कौताही न बरते
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने बैठक में राजस्व वसूली की समीक्षा की । उन्होनें कहा कि राजस्व वसूली में राजस्व अधिकारी कोताही नहीं बरतें ।राजस्व अधिकारियों की सी.आर. राजस्व वसूली के आधार पर ही अंकित की जावेगी। कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि शासकीय विभागों, जी.डी.ए,हाउसिंग बोर्ड,मंडी से राजस्व वसूली प्राथमिकता पर की जावे ।
बैठक में बताया गया कि जिले में 66 करोड़ रूपये राजस्व् वसूली की जाना है । वर्तमान तक एक करोड़ 50 लाख रूपये वसूल किये गये हैं । वसूली में तेजी लाई जाये ।