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Homeअंचलडॉक्टर का सिर्फ एक ही धर्म होना चाहिए कि वह मरीज में पूर्ण विश्वास पैदा कर सके:- संभागायुक्त

डॉक्टर का सिर्फ एक ही धर्म होना चाहिए कि वह मरीज में पूर्ण विश्वास पैदा कर सके:- संभागायुक्त

डॉक्टर का सिर्फ एक ही धर्म होना चाहिए कि वह मरीज में पूर्ण विश्वास पैदा कर सके:- संभागायुक्त

सागर:-  सागर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में ह्रदय एवं केंसर रोग मरीजों की जांच कर हर संभव ईलाज हो यह मेरी प्राथमिकता होगी। यह मेरा संयोग एवं सौभाग्य है कि जब मैं स्वास्थ्य आयुक्त था तब इस कॉलेज को अपने मुकाम तक पहुंचाने के लिए प्रयास कर रहा था और आज मैं सागर में पदस्थापना होने पर इस कॉलेज को हर संभव उचाईयों पर ले जाने का प्रयास करूंगा। उक्त विचार संभाग आयुक्त श्री आनंद कुमार शर्मा द्वारा बुधवार को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में आयोजित विभाग प्रमुख डॉक्टरों की बैठक में व्यक्त किए। इस अवसर पर कॉलेज के डीन डॉ. जीएस पटैल सहित समस्त विभागों के प्रमुख उपस्थित थे।
श्री शर्मा ने निरीक्षण उपरांत विभाग प्रमुखों की बैठक में समस्त विभागों की जानकारी लेकर परिचय लिया। तत्पश्चात उन्होंने कहा कि कॉलेज में समस्त पदों के खाली एवं भरे की जानकारी विभागवार प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि डॉक्टर का सिर्फ एक ही धर्म होना चाहिए कि वह मरीज में पूर्ण विश्वास पैदा कर सके। श्री शर्मा ने समस्त विभाग प्रमुखों से यह भी कहा कि आप लोग अच्छे डॉक्टर और अच्छा ईलाज उपलब्ध कराएं। उन्होने डीन को निर्देश दिए कि अब प्रत्येक सप्ताह समीक्षा बैठक आयोजित कर उनके कार्यों की प्रगति की जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि आप लोग कॉलेज को उचांइयों पर ले जाने के लिए अपने-अपने विभाग की  कार्य योजना प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा विभाग प्रमुख किस प्रकार मेडिकल छात्र-छात्राओं को विषय की बेहतर जानकारी प्रदान कर सकते है। इस पर बल देने की आवश्यकता है। इसमें विभाग प्रमुख नवाचार को अपनायें जिससे छात्र-छात्राओं में विषय के प्रति नई सोच विकसित हो सके। समाज को अच्छे डॉक्टर देना आपकी जिम्मेदारी।
विभाग प्रमुखों द्वारा बताया गया कि विभाग के सौंपे दायित्वों के निर्वहन में मानव संसाधन की महती भूमिका है। लेकिन इसकी कमी विभाग में स्पष्ट दिखाई दे रही है। विभाग प्रमुखों ने बताया कि आर्थौपेडिक्स सर्जन, केंसर थैरपी यूनिट, डर्मेटोलॉजिस्ट हेतु अलग कक्ष, एक ऑपरेशन थियेटर एवं नर्सिंग स्टॉफ की नितांत आवश्यकता है।

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