आज की नारी सक्षम है:-प्रद्युम्न सिंह तोमर
ग्वालियर:- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को पूरे विश्व भर में मनाया गया। महिला दिवस के उपलक्ष्य में ग्वालियर जिले में राज्य स्तरीय ‘बिटिया उत्सव’ का शुभारंभ हुआ। यह चार दिवसीय उत्सव 8 से 11 मार्च तक मनाया जायेगा। स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में ‘बिटिया उत्सव’ का शुभारंभ प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य में हुआ। समारोह की अध्यक्षता महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने की। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार भी व्यक्त किए।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्वालियर पूर्व क्षेत्र के विधायक श्री मुन्नालाल गोयल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मनीषा भुजवल यादव, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखिका कमला भसीन, कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी, महिला एवं बाल विकास संचालनालय के संयुक्त संचालक श्री सुरेश सिंह तोमर, ग्वालियर संभाग की संयुक्त संचालक श्रीमती सीमा शर्मा, एकता परिषद के श्री परमार सहित वीर नारियां, स्वयंसेवी संस्थाओं की महिलाएं तथा विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान के लिए कार्य करने वाली महिलाएं भी उपस्थित थीं।
‘बिटिया उत्सव’ कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अपने उदबोधन में कहा कि हम सभी को मिलकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रयास करना होगा। ऐसे अवसर उत्पन्न करना होंगे, जिससे महिलाएं आगे बढ़ सकें। आज की नारी सक्षम है। महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा यदि हम महिला सशक्तिकरण की बात करें तो घर से ही इसकी शुरूआत होना चाहिए। इसमें माता-पिता की भी अहम भूमिका है कि वे बेटियों को अवसर दें। आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें।
महिलाएं स्वयं के लिए आवाज उठाएं और आगे बढ़ें – श्रीमती इमरती देवी
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। आज सभी क्षेत्रों में महिलाएं अच्छा कार्य कर रही हैं। राजनीति हो या प्रशासन, व्यापार हो या नौकरी सभी जगह महिलाएं अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही हैं। यदि हम महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं तो इसकी शुरूआत घर से ही होना चाहिए। जिस प्रकार परिवार में बेटों को अवसर दिया जाता है, उसी प्रकार बेटियों को अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल, प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी का उदाहरण दिया। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं स्वयं के लिए आवाज उठाएं और आगे बढ़ें। इतना मजबूत बनें कि किसी के सहारे की आवश्यकता न पड़े और सभी को मिलकर यह प्रयास करना है कि समाज में महिलाओं के लिए सुरक्षा का वातावरण तैयार करें, ताकि बिना भय के बेटियां आगे बढ़ सकें।