पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ होगी मतगणना
ग्वालियर:- भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए पूरी पारदर्शिता के साथ मतगणना की जायेगी। सम्पूर्ण मतगणना प्रक्रिया की वेब कास्टिंग होगी। इसके लिये सभी विधानसभा क्षेत्रों के मतगणना कक्षों सहित स्ट्रांग रूम से लेकर उन गलियारों में भी सीसीटीव्ही कैमरे लगाए जायेंगे, जहाँ से होकर ईवीएम गणना कक्ष तक पहुँचेंगीं। यह जानकारी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अशोक कुमार वर्मा ने जिले के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के प्रत्याशी एवं उनके प्रतिनिधियों की बैठक में दी। उन्होंने प्रत्याशियों एवं उनके प्रतिनिधियों को विस्तारपूर्वक मतगणना की प्रक्रिया समझाई और चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी। साथ ही शंकाओं का समाधान किया। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन एवं सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारी भी मौजूद थे।
शुक्रवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी को भरोसा दिलाया कि मतगणना का कार्य पूरी निष्पक्षता के साथ सम्पन्न कराया जायेगा। मतगणना की कार्रवाई भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षकगणों की मौजूदगी में होगी। जिला निर्वाचन अधिकारी श्री वर्मा ने प्रत्याशियों एवं उनके प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने-अपने गणना अभिकर्ताओं (एजेण्ट) को भी साफ तौर पर ताकीद कर दें कि गणना कक्ष में अपने निर्धारित स्थान पर ही बैठें और आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा हर गणना टेबल पर मतों की गिनती के बाद अभिकर्ताओं के हस्ताक्षर कराकर उन्हें परिणाम के गणना पत्र दिए जायेंगे। इसी प्रकार गणना के हर राउण्ड की गिनती का पत्रक प्रत्याशी व उनके निर्वाचन अभिकर्ताओं को मुहैया कराया जायेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतगणना के समय यदि कोई आपत्ति होगी तो उसका निराकरण संबंधित रिटर्निंग अधिकारी द्वारा तत्समय किया जायेगा।
मालूम हो भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत सम्पूर्ण प्रदेश के साथ ग्वालियर जिले के भी सभी 6 विधानसभा क्षेत्रों में डाले गए मतों की गिनती 11 दिसम्बर को प्रात: 8 बजे एमएलबी कॉलेज में शुरू होगी। मतगणना दिवस को स्ट्रांग रूम
प्रात: 7.30 बजे प्रेक्षकगण एवं प्रत्याशियों व उनके अभिकर्ताओं की मौजूदगी में खोले जायेंगे। डाक मत पत्र एवं सेवा पत्रों की गिनती के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में अलग से गणना टेबल लगेंगीं। एमएलबी कॉलेज में होगी मतगणना
जिले के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए मतों की गिनती 11 दिसम्बर को प्रात: 8 बजे से एमएलबी कॉलेज में होगी। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 14-ग्वालियर ग्रामीण के मतों की गिनती एमएलबी कॉलेज में भू-तल पर स्थित कमरा नं. 21 व 22 में की जायेगी। इसी तरह विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर की कमरा नं. 103 व 104, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 16-ग्वालियर पूर्व की कमरा नं. 101 व 102 एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 17-ग्वालियर दक्षिण के मतों की गिनती भू-तल पर स्थित कमरा नं. 24 व 25 में होगी।
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 18-भितरवार व 19-डबरा (अजा) के मतों की गिनती एमएलबी कॉलेज परिसर में स्थित ए-ब्लॉक के प्रथम तल पर होगी। भितरवार विधानसभा क्षेत्र के मतों की गिनती कमरा नं. 201 व 202 और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र डबरा के मतों की गिनती कमरा नं. 203 व 204 में की जायेगी।
जिले के हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 14 टेबलों पर मतगणना होगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दो – दो कक्षों में मतगणना की जायेगी। ईवीएम के मतों की गिनती करने के लिये प्रत्येक कक्ष में 7 – 7 टेबल लगेंगीं। हर गणना टेबल पर एक – एक गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक व माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात रहेंगे। इस प्रकार एक टेबल पर तीन अधिकारी तैनात किए जायेंगे। गणना पर्यवेक्षक सीधे निर्वाचन प्रेक्षक को अपनी रिपोर्ट देंगे। पहले डाक मत पत्रों की गिनती शुरू होगी
बैठक में जानकारी दी गई कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों मुताबिक 11 दिसम्बर को प्रात: 8 बजे पहले डाक मत पत्रों एवं सेवा मतदाताओं द्वारा भेजे गए मतों की गिनती शुरू होगी। इसके आधा घंटे बाद ईवीएम (इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन) के वोटों की गिनती शुरू होगी। दोनों प्रकार के मतों की गिनती समानान्तर रूप से जारी रह सकेगी। यदि डाक मत पत्रों की गिनती ईवीएम के आखिरी दो राउण्ड से पहले पूरी नहीं हो पाती है तो ईवीएम के आखिरी दो चक्रों की गिनती तभी होगी जब समस्त डाक मत पत्रों की गिनती पूरी हो जायेगी। केवल उन्हीं डाक मत पत्रों की गिनती होगी जो मतगणना शुरू होने से पहले अर्थात 11 दिसम्बर को प्रात: 8 बजे से पूर्व प्राप्त हो जायेंगे।
इन स्थितियों में होगी वीवीपैट की पर्चियों की गिनती
बैठक में बताया गया कि हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में किसी एक मतदान केन्द्र के वीवीपैट की पर्चियों की गिनती रेण्डम रूप से अनिवार्यत: की जायेगी। यदि ईवीएम (कंट्रोल यूनिट) पर डिस्प्ले दिखाई नहीं देता है तो उस ईवीएम के वीवीपैट की पर्चियों की गिनती होगी। इसी तरह यदि किसी मतदान केन्द्र पर मॉक पोल के बाद वोटों को क्लीयर न कर वास्तविक मतदान प्रारंभ कर दिया होगा तो ऐसी स्थिति में भी वीवीपैट की पर्चियों की गणना होगी। इसके अलावा यदि अभ्यर्थी द्वारा किसी मतदान केन्द्र के वीवीपैट की पर्चियाँ गिनने की मांग की जाती है तो मांग जायज होने पर संबंधित रिटर्निंग अधिकारी निर्णय लेंगे।